Shabd Kam Arth Zyada Ho ( शब्द कम अर्थ ज़्यादा हों – काव्य संग्रह)
Shabd Kam Arth Zyada Ho” a selection of 100 Hindi poems on various emotions

Get your copies now –
Kavita 250 – Hindi Poetry Anthology

कविता 250” में मेरी चुनिंदा कविताएँ अब यहाँ पढ़िए..
- Click the link to read more about it and buying options – Kavita Two Fifty
- Get it on Amazon, Flipkart
उम्मीद है कवितायें आप सबको पसंद आएगी।
Mat Todo Chatakae (Sajhaa kahani Sangrah/Story Anthology)

26 लेखकों द्वारा रचित भाई बहन के रिश्तों पर रची 26 कहानियों का संग्रह।
विश्वास की हथेली में रोपा गया जुड़ाव, एक नाजुक स्पंदन लिए जीवन के इर्दगिर्द फैलता चला जाता है और उसकी शाखाओं पर चहकती गौरैया सी बहनें मन-आँगन का चक्कर लगाती फिरती हैं| उनकी इस गुनगुनाहट के लिए सहोदर होने की कोई अनिवार्यता नहीं होती| ये उन बहनों की कहानियां हैं जिन्हें चाहिए होती है बस ऐसी सड़क जिन पर वो बेलौस पिट्ठू खेल सकें, जहाँ कंचों से इंद्रधनुषी सपने अब भी बिखरे हों, जहां यादों की खट्टी-मीठी गोलियां मिलती हों और झूले की सबसे ऊँची पेंग में भाई का भरोसेमंद साथ हो| भाई दर्पण हैं बहन के सपनों का, बचपन का, भविष्य का, दोस्ती और यकीन का। बहनें आश्वस्ति हैं पीड़ाओं के बीच प्रार्थनाओं की। फिर ऐसा क्या हो जाता है कि लोक कथाओं से निकल कर सामा-चकेवा अचंभित रह जाते हैं। देह और अर्थ की विषमताएं निश्छलता की हत्या पर उतारू हो जाती हैं। प्रीत बंधनों के ये देय इतने भी भारी नहीं कि उठाए न जा सकें| असीमित भावनाओं का विस्तार है यह संग्रह, जबकि पात्र और पाठक सिर्फ दो हैं, भाई और बहन ! हर सम्बन्ध की इतनी ही चाह होती है… “मत तोड़ो चटकाए…”!
Vichaar Pravah (Aalekh Sangrah)

प्रतिपल विचार आते हैं और चलें जाते हैं और जो विचार ठहर जाते हैं, वो हमारे स्वयं के साथ दूसरों के जीवन को भी प्रभावित करते हैं, परिवर्तन लाते हैं, नये आयाम देते हैं। यह निर्भर करता है विचारों की उत्कृष्टता, गुणवत्ता व सकारात्मकता पर। विचार प्रवाह की इसी शृंखला में सामाजिक उद्देश्यपूर्ण सकारात्मक जागरूक विचारों को संकलित करने का एक छोटा – सा विचार मन में आया,जो अब इस पुस्तक विचार प्रवाह के रुप में आपके समक्ष है। विचार करना मनुष्य के मन का धर्म है। मानसिक शक्तियों में विचार शक्ति का प्रमुख स्थान है। विचार शक्ति से नव सृजन का निर्माण होता है। जब कोई भी विचार संज्ञान से जुड़कर सृजन करता है तो सर्वहित के लिए निमित्त होता है। विचारों की उत्कृष्टता समृद्ध ज्ञान व उचित जानकारी पर निर्भर करती है। मेरे इस विचार को सम्यक ज्ञान, मार्गदर्शन व भरोसा दिया मेरे गुरु स्वरूप वरिष्ठ लेखकगणों ने तथा स्नेहिल, धैर्यवान व सहयोगी व्यक्तिव के धनी सह – लेखकों ने।
Get it on Amazon
Keh Diya Hota (Hindi Novel)
Upcoming….
Feedbacks – Reader’s POV